Bleeding in stool(Rectum Bleeding with testing)
मल में खून आने के संकेत और लक्षण क्या है और जांचें
Bleeding in stool |
मल में खून आने के लक्षण क्या होते हैं
मल में खून आना कोई रोग नहीं है लेकिन रोग होने के संकेत मिलते हैं
लेकिन पेट के अंदर कोई समस्या यानी पाचन तंत्र में कोई समस्या उत्पन्न होती है उसके कारण मल में
ब्लड आने के संकेत मिलते हैं
जैसे
उल्टी होने के कारण पेट में इन्फेक्शन जैसे इसोफेगस यह आंतों में छिद्ध होना या आंतों में इन्फेक्शन के कारण, पेट में अल्सर होने से खून आने लगता है गंभीर गैस्ट्राइटिस यानी के पेट की सूजन
गले से पेट तक चलने वाली नली के निचले हिस्से में पेट की नस
जब रक्त में यकृत का प्रवाह अवरुद्ध हो जाता है, तो आमतौर पर ओसोफैगल संस्करण विकसित होते हैं इसी को वर्सेस Varices कहा जाता है छोटी आंत में कैंसर या एप्सस होना
नाक से खून बहना और वह खून किसी वजह से अंदर पेट में चले जाना उससे भी मल में खून आने की शिकायत मिलती है मल में खून आने के बहुत से कारण होते हैं
अगर मल में खून गहरे रंग का और गाना आता है
मल के साथ लकीर जैसी खींचकर आने वाला लक्षण,मल से पहले बूंद सा टपकने वाला रक्त आना का लक्षण,मल के बाद बूंद टपकने के लक्षण यह सब लक्षण बवासीर या फिशर में पाए जाते हैं लेकिन
मल में सामान्य कारणों से भी खून आता है जैसे गर्म चीजों का अधिक सेवन करना और अधिक स्वादिष्ट भोजन करना भी पेट में गर्मी होने के कारण भी मल में खून आने के संकेत मिलते हैं
यह खून हमारी छोटी आंत से आता है जो हमारे खाने को पचाने का काम करता है इस खून के अंदर छोटे-छोटे बैक्टीरिया होते हैं जो खाने को पचाते हैं जिसको हम जाइम बोलते हैं यह ब्लड कम होने के कारण लाइव बैक्टीरिया भी कम हो जाते हैं और पेट में बदहजमी रहती है और इसमें भूख कम लगती है खाना सही तरीके से पर्स नहीं पाता है
मल में ब्लड आने के बाद मरीज में कुछ इस तरीके के लक्षण पाए जाते हैं जैसे
पेट भारी रहना,चेहरे पर काले धब्बे या पीलेपन की शिकायत, शरीर में थकान महसूस होना,ब्लड प्रेशर लो होना और दिल की धड़कन तेज होना इस तरीके की कंडीशन में यह रोग उत्पन्न हो सकता है जिसको
(हृदयता-Tachycardia)
और इस तरीके के लक्षण दिखाई देते हैं तो समझना चाहिए की मल में अधिक ब्लड बह चुका है जिसको तुरंत डॉक्टर की सलाह और जांच करवानी चाहिए और इसमें कौन सी जांच करवानी चाहिए उसकी जानकारी हम आपको नीचे बताएंगे
मल में खून आने को कैसे रोकें या कैसे रोकथाम करें
खूब ज्यादा पानी पीकर और ज्यादा फाइबर युक्त खाना खाकर मल में खून आने की प्रॉब्लम को कुछ हद तक कम करता है क्योंकि वाइबर और पानी मल को नरम और मुलायम करके बाहर निकालते हैं और इससे रेक्टम यानी के मलद्वार की नस को कोई नुकसान या क्षति नहीं होती है
आइए जानते हैं कुछ फाइबर युक्त पदार्थ जो खाने के लिए है
चुकंदर ,दलिया ,साबुत अनाज, चोकर
इन फाइबर युक्त आहार का सेवन करने से पहले अपने डॉक्टर से सलाह लें
अगर आप कोई दवा किसी बीमारी की ले रहे हैं तो अपने डॉ निर्देश द्वारा उसका पालन करें
कुछ दवाओं का परहेज करना चाहिए जैसे नॉनस्टेरॉयडल इन्फ्लेमेटरी जैसी दवाओं का इस्तेमाल से बचना चाहिए क्योंकि यह दवाइयां पेट के अंदर परतों को नुकसान पहुंचा सकती हैं जिससे खून बहने की समस्या हो सकती है
मल काले रंग का आना कोई चिंता की बात नहीं यह सामान्य कारणों से भी आता है मल में गहरे काला रंग आना इसको मेडिकल भाषा में मेलेना के नाम से जाना जाता है जिसमें मल डार्क कलर का आता है
जैसे अधिक चॉकलेट जैसी चीजों का सेवन करना या डार्क कलर की चीजों का सेवन करना इससे भी मल के रंग में बदलाव आता है और कुछ दवाइयों या आयरन सिरप की वजह से भी मल में बदलाव आता है
जैसे
एनीमिया के शिकार होने की वजह से डॉ आयरन सिरप या आहार सप्लीमेंट लिखते हैं तो उसकी वजह से भी मल का कलर डार्क आ सकता है इसके अलावा अगर आपको मल में कुछ बदलाव सा दिखता हो या ब्लड के संकेत दिख रहे हो तो तुरंत अपने डॉक्टर की सलाह लेनी चाहिए
अब बात करते हैं बच्चों के मल में ब्लड आने के कारण
अगर बच्चों के मल में ब्लड की थोड़ी शिकायत मिल रही हो तो कोई गंभीर समस्या नहीं है क्योंकि बच्चों में भी कब्ज की शिकायत अक्सर देखने को मिलती है इस कारण से भी ब्लड आ सकता है और
प्रसव के दौरान कभी- कभी न्यू बोर्न बेबी की लैट्रिन में ब्लड आने का शिकायत मिलती है उसका कारण बच्चे के पेट में मां के पेट का ब्लड पहुंचने के कारण उसकी लैट्रिन में शुरू में एक या दो बार लैट्रिन में ब्लड आना कोई गंभीर बीमारी या घबरा ने की बात नहीं है कभी-कभी यह शिकायत देखने को मिलती उसका पेट साफ हो जाता है तो मल भी साफ आता है
Bleeding stool testing
मल में खून आने की जांच
इसमें पेट की नसों की m.r.i. पेट का एक्सरे पेट का सीटी स्कैन और मल की जांच होती है यह उपकरण और यह जांचे आपके आपके पाचन तंत्र से मल में खून आने के कारण को जानने में मदद करती हैंयह जांचे उन कारणों का पता लगाती हैं जिनकी वजह से खून बहने का कारण बनता है
पेट से संबंधित भागों की को जानने के लिए डॉक्टर कोलोनोस्कोपी (Colonoscopy)करते हैं यह जांच बेहोश करके की जाती है क्योंकि एक तरीके का तार होता है जिसके सिर के ऊपर कैमरा फिट होता है और वह पेट के अंदर डाला जाता है यह एक लचीला तार होता है और पेट के अंदर के दृश्य को पूरा दर्शाता है
इसके अलावा आपको डॉक्टर जांच के लिए और भी एडवाइज कर सकता है जैसे कि यह जांच
Fecal occult blood test यह टेस्ट मॉल में खून की मौजूदगी और क्वांटिटी का पता लगाता है
एंजियोग्राफी कंप्लीट ब्लड काउंट complete blood count
यह ब्लड के अंदर छोटे-छोटे थक्कों का भी पता लगा लेता है जो तिल के आसपास या किसी भी नस में रुकावट हो
कोलोनोस्कोपी Colonoscopy
Stool culture
हेलीकोबेक्टर पाइलोरी बैक्टीरिया के इंफेक्शन की मौजूदगी के लिए यह टेस्ट किया जाता है
कैप्सूल एंडोस्कोपी यह एक कैप्सूल होता है जिसमें एक कैमरा लगा होता है इस कैप्सूल को निकला जाता है यह पेट में जाकर छोटी आंत के अंदर जाकर पूरा कार्य रिकॉर्ड करता है और एक एक जांच करता है
Enteroscopy यह एक गुब्बारे जैसी टेक्निकल जांच है जो छोटी आंत के अंदर जाकर कैमरे से जांच करती है
KFT
LFT
Stool for occult blood
Stool for OVA and cyst
Bavasir ki jaanch ke liye short Scorpio karva de
बवासीर की जांच के लिए शॉर्ट स्कोपी करवानी है
No comments: